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अमृत जेनरेशन अभियान का उद्देश्य 16-18 वर्ष के आयु वर्ग के युवाओं को भविष्य के लिए उनकी आकांक्षाओं और सपनों को इंस्टाग्राम और फेसबुक पर प्रदर्शित करने के लिए रील बनाने के बारे में आमंत्रित करना है

 

 मेटा व  महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने अमृत जेनरेशन अभियान ‘नए भारत के सपने’ का शुभारंभ किया

 


इस अभियान का उद्देश्य १६ - १८  वर्ष के आयु वर्ग के युवाओं को भविष्य के लिए उनकी आकांक्षाओं /  सपनों को इंस्टाग्राम और फेसबुक पर प्रदर्शित करने के लिए रील बनाने के बारे में आमंत्रित करना है
 

अमृत जेनरेशन अभियान

मेटा और केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन इरानीजी  ने आज अमृत जेनरेशन अभियान का शुभारंभ किया। इस पहल का उद्देश्य भारत देश  के युवाओं को भविष्य के लिए अपनी आकांक्षाओं और सपनों को व्यक्त करने के लिए प्रोत्साहित करके सशक्त बनाना है।

 


अमृत ​​​​जेनरेशन अभियान इंस्टाग्राम /  फेसबुक पर रीलों के सृजन द्वारा पूरे देश से युवाओं को अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन करने व  अपनी आकांक्षाओं को साझा करने के लिए आमंत्रित करता है। प्रतिभागियों को अपनी महत्वाकांक्षाओं और यह पता लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है कि वे बड़े होने पर क्या बनाना चाहते हैं। उनमें समुदाय की भावना को बढ़ावा देने और दूसरों को प्रेरित करने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाता है।

 केंद्रीय मंत्री, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन इरानीजी  ने कहा कि,  हमारे युवा कल के भारत देश  के वास्तुकार हैं। अमृत जेनरेशन अभियान का उद्देश्य उनकी आकांक्षाओं को प्रेरित करना / उनका पोषण करने के साथ-साथ यह सुनिश्चित करना है कि उनके पास वह समर्थन है और प्रोत्साहन है जिसकी उन्हें अपने सपनों को साकार करने के लिए जरूरत है। हम इस सार्थक पहल के लिए मेटा इंडिया के साथ साझेदारी करके प्रसन्न हैं।"

 हेड ऑफ पॉलिसी प्रोग्राम्स एंड गवर्नमेंट आउटरीच मेटा इंडिया, नताशा जोग ने इस पहल के लिए अपना उत्साह व्यक्त करते हुए यहा  कहा कि , हम युवाओं को फेसबुक /  इंस्टाग्राम पर अपने आप को अभिव्यक्त करने में सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस पहल के माध्यम से हम उन युवा जनों की कल्पनाओं को पहचान करने की उम्मीद करते हैं जो एक रील में भारत के लिए अपने विजन को दिखाने में सक्षम हैं। इस प्रक्रिया में हम देश के उभरते युवा नेताओं को तैयार करते हैं।

 अमृत जेनरेशन अभियान युवाओं के लिए अपने सपनों / आकांक्षाओं को साझा करने का एक महत्वपूर्ण मंच है। मेटा इंडिया में हम अगली पीढ़ी को सशक्त बनाने और भविष्य के लिए उनकी आशा और महत्वाकांक्षा की भावना को बढ़ावा देने में विश्वास करते हैं। हम जीवन के इस दृष्टिकोण को साकार करने के लिए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के साथ सहयोग करने के लिए बहुत उत्साहित हैं।

 अमृत ​​जेनरेशन अभियान में भागीदारी के लिए प्रतिभागियों को हैशटैग (#) अमृत जेनरेशन का उपयोग करते हुए इंस्टाग्राम /  फेसबुक पर अपनी आकांक्षाओं को प्रदर्शित करने के लिए केवल एक रील बनाने की आवश्यकता है। पात्रता मानदंड और प्रस्तुति दिशानिर्देशों सहित पूरा विवरण भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के फेसबुक जीपीए पेज और सोशल मीडिया हैंडल पर देखा जा सकता है।

 वरिष्ठ नीति निर्माताओं /  उद्योग के दिग्गजों के साथ बातचीत करने, अपने संबंधित क्षेत्रों में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करने और अपने सपनों को साकार करने के तौर तरीकों तथा मार्गदर्शन प्राप्त करने के बारे में सीख देने वाले इस विशिष्ट अवसर के अभियान में पचास प्रविष्टियों का चयन किया जाएगा और चयनित प्रतिभागियों को नई दिल्ली में आमंत्रित किया जाएगा।

 चयनित भारतीय युवाओं को गुरुग्राम में मेटा ऑफिस जाने और उद्योग के दिग्गजों / रचनाकारों से सीखने का अवसर मिलेगा तथा उन्हें एक निर्माण अर्थव्यवस्था की संभावनाओं का लाभ उठाने के बारे में भी जानकारी प्राप्त करने का सुअवसर प्राप्त होगा।

 


मेटा के बारे में कुछ जानकारी:
 मेटा ऐसी तकनीकों का निर्माण करता है,  जो लोगों को परस्पर जोड़ने/ समुदायों का पता लगाने व व्यवसायों को विकसित करने में मदद करती हैं। जब २००४  में फेसबुक की शुरूआत हुई तो,  इसने लोगों से जुड़ने के तौर-तरीकों को बदल दिया। मैसेंजर, इंस्टाग्राम / व्हाट्सएप जैसे ऐप्स ने पूरी दुनिया के अरबों लोगों को सशक्त बनाया है। अब, मेटा 2डी स्क्रीन से आगे बढ़ते हुए सामाजिक प्रौद्योगिकी के अगले विकास के निर्माण में सहायता प्रदान करने के लिए संवर्धित और वर्चुअल वास्तविकता जैसे टिकाऊ अनुभवों की ओर बढ़ रहा है।
 

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 एमजी/एमएस/आरपी/आईपीएस/सीएस/डीकेप्रविष्टि तिथि: 07 JUN 2023 by PIB Delhi(रिलीज़ आईडी: 1930589) आगंतुक पटल : 247

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  पहल करिये आंतरिक परिवाद समिति का गठन करवाने के लिए पहल करिये यदि आप कामकाजी महिला है तो अपने कार्यालय में इस समिति का गठन करवाईये और यदि कामकाजी महिला नहीं हैं तो अपने आस पास के कार्यस्थलों में आंतरिक परिवाद समिति बनवाने के लिए पहल करिए जानकारी मांगिये आपकी सुरक्षा और सम्मान को सुनिश्चित करवाना अब आपके हाथों में है क्योंकि महिलाओं का कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीड़न (निवारण , प्रतिषेध और प्रतितोष) अधिनियम , 2013 आपको यह अधिकार प्रदान करता है की आप जिस भी कार्यक्षेत्र में जायेंगे वहां आपको उस कार्यक्षेत्र की आंतरिक परिवाद समिति का संरक्षण मिले इसलिए सभी कार्यस्थलों से आंतरिक परिवाद समिति गठन की जानकारी मांगिये |   भागीदारी दीजिए जिन कार्यस्थलों के नियोक्ताओं ने स्वविवेक से अपने कार्यस्थल पर आंतरिक परिवाद समिति का गठन किया है उन कार्यस्थलों के कामकाजी माहौल को गरिमापूर्ण बनाने के लिए कार्यशालाओं का आयोजन करिए और इस विषय की जानकारी को साझा करने का माध्यम बनिए । प्रश्न पुछिये ? जिन कार्यस्थलों पर आंतरिक परिवाद समिति का गठन नही किया गया है ऐसे कार्यस्थलों के नियोक्ता...

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